मोदी सरकार आज अपने कार्यकाल का दूसरा अंतरिम बजट पेश करने वाली है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) अगले कुछ घंटों में देश का अंतरिम बजट (Interim Budget 2024) पेश करेंगी. अंतरिम बजट इसलिए है, क्योंकि चंद महीने बाद देश में लोकसभा चुनाव होने वाला है. नई सरकार कार्यभार संभालने के बाद पूर्ण बजट पेश करेगी. भले ही यह मोदी सरकार के कार्यकाल का दूसरा अंतरिम बजट है, बावजूद इसके आम लोगों को इस मिनी बजट से खासी उम्मीदें हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इस बार के बजट में मोदी सरकार प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (Pradhan Mantri Mudra Yojana) और महिला उद्यमिता प्लेटफॉर्म (Women Entrepreneurship Platforms) जैसी योजनाओं का दायरा बढ़ाने के साथ-साथ छोटे शहरों की महिला उद्यमियों के लिए बड़े ऐलान कर सकती है. इतना ही नहीं, नौकरीपेशा लोगों के लिए साल 2019 के अंतरिम बजट की तरह इस बार भी टैक्स में छूट का ऐलान भी कर दे तो कोई बड़ी बात नहीं है. साथ ही गरीब और महिलाओं के लिए भी कुछ बड़े ऐलान हो सकता है.
गौरतलब है कि साल 2019 के अंतरिम बजट में भी मोदी सरकार ने टैक्स पेयर को छूट देने के अलावा कई बड़ी घोषणाएं की थी, जिसमें किसानों से जुड़े कई स्कीम शामिल थे. इसके तहत सरकार ने पीएम किसान स्कीम का ऐलान कर किसानों को हर साल 6 हजार की मदद का ऐलान किया था, तो दूसरी तरफ किसान क्रेडिट कार्ड पर इंटरेस्ट सब्वेंशन का भी फायदा दिया था. ऐसे में इस बार भी अंतरिम बजट में वोटर्स को लुभाने के लिए सरकार शायद ही कोई कसर छोड़ेगी.
लगातार छठी बार बजट पेश कर कई रिकॉर्ड अपने नाम करेंगी वित्त मंत्री सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को लगातार छठा बजट पेश करेंगी. इसके साथ ही उनके नाम कई रिकॉर्ड होंगे. वह लगातार पांच पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट पेश करने के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम दर्ज रिकॉर्ड की बराबरी करेंगी.
क्या होता है अंतरिम बजट?
अंतरिम बजट एक अस्थायी वित्तीय योजना है. चुनावी साल में अंतरिम बजट पेश किया जाता है, क्योंकि चुनाव के बाद नवगठित सरकार पूर्ण बजट पेश करती है. इसे नई सरकार आने और नया पूर्ण बजट बनाने तक अल्प अवधि के लिए सरकार के खर्चों को पूरा करने की एक अस्थायी व्यवस्था के रूप में समझा जा सकता है.